Baba Garib Nath Mandir: बाबा गरीब नाथ मंदिर बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिले में शहर के बीचो-बीच स्थित भगवान शिव का शिवलिंग बाबा गरीब नाथ के रुप में एक प्रसिद्ध मंदिर है, जहाँ हर साल श्रावण के महीने में लाखो श्रद्धालु वैशाली जिले के सोनपुर से गंगाजल लाकर 55 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर या मोटरसाईकिल से आकर जलाभिषेक करते है। यह मंदिर बिहार के देवघर के नाम से भी प्रचलित है। लोक कथाओं के अनुसार करीब 300 साल पहले काफी घने जंगलों के बीच में सात पीपल के पेड़ थे। जब एक दिन जब एक गरीब मजदूर वहाँ स्थित पीपल के पेड़ को काट रहा था, तभी उस सात पेड़ में से एक पेड़ से लाल रंग का रक्त बहने लगा, जब रक्त को साफ किया गया तो उस स्थान पर शिवलिंग मिला। उस शिवलिंग की स्थापना कर पूजा पाठ की जाने लगी। तभी से भगवान शिव की पूजा बाबा गरीबनाथ धाम के रुप में होने लगी।
इस पोस्ट में आप मंदिर के इतिहास, मंदिर के निकटतम रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, पूजा समय शारणी, आदि सारी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसलिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
Garib Nath Mandir Muzaffarpur History
मंदिर निर्माण की इतिहास के बारे कई सारे लोक कथा प्रचलित है, परन्तु Baba Garib Nath Mandir Website के अनुसार एक कथा प्रचलित है, कि मंदिर के भू-स्वामी अपनी मनोकामना को पूर्ण करने हेतु भगवान शिव का काफी विधि विधान से पूजा किये।
उसी रात उन्हें सपना में भगवान शिव दर्शन दिये और बोले कि इस भूमि पर मेरी स्थापना कर श्रद्धा भक्ति से पूजन करने से तुम्हारी मनोकामना पूर्ण होगी। उसके अगले दिन जब भू-स्वामी द्वारा जब पीपल के पेड़ों को काटा जा रहा था।
तभी एक पीपल के पेड़ से लाल रक्त बहने लगा। जब रक्त को साफ किया गया तो उसमें से शिवलिंग प्रकट हुआ। उसके बाद उस शिवलिंग की स्थापना की गयी और पूजा पाठ प्रारंभ किया गया।
इससे भू-स्वामी के संकट भी दूर हुये और मनोकामना भी पूर्ण हुआ। उन सात पीपल के पेड़ में से एक पीपल का पेड़ आज भी मंदिर प्रागण में अवस्थित है।
मंदिर स्थापना के पश्चात बाबा के कई चमत्कार भी लोगों द्वारा बताये गये है। जैसे इनमें से एक कथा यह है, कि भू-स्वामी के यहाँ एक मुंशी जी लेखा जोखा का कार्य किया करते थे।
उनकी पुत्री का शादी होने वाली थी। जिसके लिए उनके द्वारा पैसों की मांग की गयी। भू-स्वामी द्वारा पैसे देने से अस्मर्थता जताते हुए सलाह दिया गया कि भगवान शिव से मदद आप मांगे, वे आपकी मदद अवश्य करेंगे।
मुंशी जी जब वापस घर आये और अपने पत्नी को यह बात बताये तब उनकी पत्नी ने उन्हें बताया कि कुछ देर पहले आप ही तो आये थे और शादी का सारा सामान घर पर रख कर कुछ अन्य कार्य से बाहर गये थे।
अगर आपकी यह बात सत्य है तो उस समय वो कौन थे। तब उन्हें यह बात समझ में आयी कि स्वयं भगवान शिव आपके भेष में आकर सारी व्यवस्था कर के चले गये।
श्रावण महीने में लाखो श्रद्धालु सोनपुर से गंगा जल लेकर बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक करते है। मंदिर के प्रसिद्धि समय के साथ साथ बढ़ने लगी।
Aarti & Puja Time Table
- आरती (Aarti): मंदिर में आरती का समय प्रातः 5 बजे एवं रात्रि 9 बजे है।
- मंदिर खुलने का समयः प्रातः 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक एवं दोपहर 2ः30 बजे से रात्रि 10 बजे तक
मंदिर में भगवान शिव के दर्शन आप सुबह 4 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक एवं दोपहर 2ः30 बजे से रात्रि 10 बजे तक कर सकते है। मंदिर प्रागंण में माता पार्वती शिव के साथ, गणेश, कार्तिक, सरस्वती, लक्ष्मी, अन्नपूर्णा, सत्यानारायण, सूर्य, हनुमान आदि सारे भगवान के साथ नंदी भगवान शिव के ओर मुख किये विराजमान है।
मंदिर प्रागंण में एक काफी पुराना कुआँ है, जिसमें सालों पर जल भरा रहता है। इसी कुएँ से जल लेकर श्रद्धालु भगवान शिव पर चढ़ाते है।
Distance
बाबा गरीब नाथ मंदिर का नजदीकी रेलवे स्टेशन मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन, सरकारी बस स्टैण्ड इमलीचट्टी बस स्टैण्ड और प्राईवेट बस स्टैण्ड बैरिया बस स्टैण्ड है।
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी लगभग 2 किलोमीटर एवं सरकारी बस स्टैण्ड से लगभग 1.6 किलोमीटर एवं प्राईवेट बस स्टैण्ड से आपको टेम्पू के माध्यम से रेलवे स्टेशन या सरकारी बस स्टैण्ड के पास आना होगा जहाँ से इसकी दूरी उपर दी गयी है। जहाँ से आप पैदल, ऑटो रिक्शा या ई-रिक्शा से आसानी से पहुंच सकते हैं
सड़क मार्ग की बात करें तो मुजफ्फरपुर बस स्टैंड पहुंचने के बाद आप ऑटो से इमली चट्टी बस स्टैंड हो सकते हैं जहां से इस मंदिर की दूरी काफी कम है
Final Word
आशा करते है Baba Garib Sthan Mandir के बारे में काफी सारी जानकारी आपने प्राप्त कर ली होगी। इस पोस्ट से संबंधित किसी भी शिकायत एवं सुझाव को कमेन्ट के माध्यम से हमे बतावें।